जायड्स कंपनी के दमन के खिलाफ कर्मचारी पीछे हटने को तैयार नहीं

उत्तराखंड

हल्‍द्वानी। 18 जून 2022 को सितारगंज स्थित Zydus Wellness  कंपनी के कर्मचारी कभी नहीं भूलेंगे। यह तारीख उन्‍हें ताउम्र इसलिए याद रहेगी क्‍योंकि इस दिन कंपनी के दरवाजे उनके लिए बंद हो गए। अचानक 1200 कर्मचारियों (स्‍थायी और अस्‍थायी) के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया पर कंपनी कर्मचारियों ने भी कंपनी प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ लड़ने की ठान ली और तब से बहाली के लिए उनका धरना-प्रदर्शन जारी है।

हेल्‍थकेयर कंपनी Zydus Wellness  की गेटबंदी को तीन महीने से भी अधिक का समय हो चुका है। कंपनी के पक्‍के कर्मचारी अपने हक के लिए आवाज बुलदं कर कंपनी गेटों पर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक यह अवैध बंदी वापस नहीं ली जाएगी वे यहां से हटने वाले नहीं हैं। कंपनी ने इतनी सालों की सेवा का यह सिला दिया है कि वे आज घर-परिवार से दूर बस इसलिए हैं कि उन्‍हें काम पर वापस रख लिया जाए लेकिन कंपनी प्रबंधन हठधर्मिता अपनाए हुए है। अब उनकी बात को सुनने लिए न ही सरकार के पास समय है न ही संबंधित विभाग और कंपनी प्रबंधन ने तो उन्‍हें बर्बाद करने के लिए छोड़ दिया है। पर धरने पर डटे कर्मचारी भी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं उनका कहना है कि अपने हक के लिए वे आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे चा‍हेंगे उन पर अत्‍याचार होते रहें। वह अपना हक मांग रहे हैं जिसे कंपनी प्रबंधन मारना चाहता है।

लगातार बंद हो रहीं कंपनियां
बता दें कि रुद्रपुर और सितारगंज सिडकुल स्थित कई कंपनियां पिछले सालों में बंद हुई हैं। हाल में अमेरिकी कंपनी एचपी से लेकर माइक्रोमैक्‍स समेत अन्‍य ने अपना सामान समेट अचानक गेट पर ताला ठोक दिया। कागजों में कंपनियों के जाने की वजह घाटा जरूर रहा पर इनके पीछे असल वजह दूसरी है। कर्मचारी बताते हैं कि सब्सिडी मिलने तक कंपनियों में उत्‍पादन चलता रहता है। सब्सिडी पीरियड बंद होते ही यह अपने को घाटे में दिखाकर कर्मचारियों को पैदल कर चली जाती हैं। यह सालों से चल रहा है और अब पहाड़ के युवाओं की नियती बन गया है। मझधार में छोड़ने से कर्मचारी के सामने ऐसे हालात बन जाते हैं कि वे कहीं के नहीं रहते हैं।

कोरोनाकाल में भी करते रहे ड्यूटी
कर्मचारी कहते हैं कि जब कोरोना बीमारी पीक पर थी तो अधिकतर कंपनियों में उत्‍पादन ठप हो गया था। पर कंपनी के चलने से कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लगातार ड्यूटी की। कर्मचारी कहते हैं जब पूरा देश बंद था लोग बीमारी फैलने के डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे थे लेकिन वह रोजाना काम पर गए।

2 thoughts on “जायड्स कंपनी के दमन के खिलाफ कर्मचारी पीछे हटने को तैयार नहीं

  1. इंकलाब जिंदाबाद
    Zyduss wellness group menegmeant shame on
    Zyduss wellness group menegmeant मुर्दाबाद
    Zyduss wellness group menegmeant चोर है

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