हल्द्वानी। यूकेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा में घोटाला सामने के बाद आयोग पर लगातार सवाल उठे थे। पेपर लीक मामले में युवा बेहद आक्रोशित थे। युवा पेपर निरस्त करने के साथ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठा रहे थे। इस बीच पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करने की बात मीडिया के सामने रखी थी।
पेपर लीक मामले में लगातार बढ़ रहे दबाव के बीच आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने शुक्रवार को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। देखने वाली बात होगी अब स्वतंत्र एजेंसी के चेयरमैन की कमान किसे सौंपी जाएगी। ऐसे में नए अध्यक्ष के सामने परीक्षा में लगातार हो रही गड़बड़ियों को रोकना, ऑनलाइन परीक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता को बेहतर करना, हाईकोर्ट जा रहे मामलों में आयोग की तरफ से मजबूत पैरवी, परीक्षा सिस्टम में खामियों को लेकर युवाओं की नाराजगी को कम करना जैसी कई चुनौतियां होंगी। इन कारणों से नए अध्यक्ष के लिए यह ताज कांटो से भरे कहां रह सकता है। बता दें कि स्नातक स्तरीय पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ ने 10 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं। साथ ही कई आरोपियों के घर से एक करोड़ से अधिक की रकम भी बरामद हो चुकी है। देखना होगा आयोग इस परीक्षा पर क्या फैसला लेता है।